IFFI में THE KASHMIR FILE को लेकर विवाद : दोस्तों, हमें पता है कि पिछले दिनों गोवा में आयोजित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव(IFFI) की समापन हुई । इस महोत्सव में विभिन्न देशों के सैकड़ों फिल्मों को प्रदर्शित किया गया, इस दौरान पुरस्कार भी बांटे गए। परंतु इस महोत्सव की सबसे चिंताजनक बात रही इजराइल के ज्यूरी प्रमुख द्वारा भारत के फिल्म “द कश्मीर फाइल” पर की गई टिप्पणी।
आइए इस महोत्सव तथा विवाद से जुड़े पहलू पर जानकारी प्राप्त करते है।

53th भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन 20 से 28 नवंबर के बीच गोवा में किया गया।
9 दिवसीय इस महोत्सव का आयोजन केंद्रीय प्रसारण एवं सूचना मंत्रालय के अधीन संस्थान केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा गोवा एंटरटेनमेंट सोसायटी के सहयोग से किया गया।
इस दौरान 79 देशों के 280 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
जिनमें 7 फिल्म डेब्यू (debue) के लिए तथा 15 फिल्म अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े पुरस्कारों में से एक गोल्डन पीकॉक के लिए प्रतिस्पर्धा की, जिनमें 12 अंतरराष्ट्रीय तथा तीन भारतीय फिल्म शामिल थे।
Internationl flim festival of india(IFFI) में कश्मीर फाइल पर विवाद
गोल्डन पीकॉक अवॉर्ड के लिए 15 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद जूरी द्वारा उस पर अपनी राय दी गई।
इजराइल के फिल्म निर्माता नाडेव लिपिड ने भारतीय फिल्म दा कश्मीर फाइल पर असभ्य तथा संवेदनशील तरीके से टिप्पणी करते हुए कहा ” हम इस फिल्मोत्सव के आयोजक को धन्यवाद करना चाहते हैं उन्होंने इस समारोह को बेतारहीन तरीके के आयोजित किया हमने 15 अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्म देखी, जिनमें 14 सिनेमा की दृष्टि से काफी उत्कृष्ट है, पर the kashmir file फिल्म एक अश्लील और प्रोपोगेंडा फिल्म है। यह इस समारोह में शामिल करने के लायक ही नहीं हैं” |
Indian Film Festival IFFI Jury Head Calls 'Kashmir Files' Propaganda & Vulgar. #KashmirFiles pic.twitter.com/H6T8Yt8KRe
— Dr Tariq Tramboo (@tariqtramboo) November 28, 2022
इस मुद्दे को लेकर भारतीयों द्वारा मीडिया तथा सोशल मीडिया पर विरोध करते हुए आक्रोश की भावना दिखाई दी।
हालांकि कुछ समय पश्चात भारत में इजराइल के प्रतिनिधि इजरायल के राजदूत नायर गिलोना (Naor gilon) भारतीयों से माफी मांगते हुए कहा ” हम इस बयान को लेकर इजरायल की ओर से माफी मांगते हैं। इजरायल होने के कारण ही नही बल्कि मानव होने के कारण हमे इस बयान से शर्मीदंगी महसुस हो रहीं है”।
उन्हों ने आगे कहा कि मैंने एक ओपन लेटर लिखा की उन्हें इस बयान के लिए शर्म आनी चाहिए। भारत के अथिति को भगवान मानते हैं, आपने उनकी अथित्या की अवहेलना की”।
हम जानते है की भारत और इजरायल की दोस्ती बहुत गहरी है, इस तरह के बयान से कुछ नही होगा।
इजरायल का इस बयान से कोई संबंध नहीं हैं।
Watch the statement of @vivekagnihotri on the revived attacks on his film #KashmirFiles
— Gems of Bollywood बॉलीवुड के रत्न (@GemsOfBollywood) November 29, 2022
Dear Vivek, the @GemsOfBollywood team is firmly behind you. We are against the cabal that celebrates anti-Army propaganda like Haider but attacks a lone film on genocide of Hindus in Kashmir pic.twitter.com/F3VlLNOjfr
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कौन है नाडेव लिपिड ?
इनका जन्म इजरायल के तेल अवीव में 1975 में हुआ, ये इजरायल के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता है। अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई इजरायल से की तथा सेना में सेवा देने के बाद पेरिस फ्लिमोग्राफी के अध्ययन के लिए चल गए।
ये इजरायल में भी अपनी विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।
ये isreal के जनता को बीमार आत्मा कहते हैं, इजरायल के सेना का विरोध करते हैं। इसके अलावा देशविरोधी बयान देते हुए कहते हैं की इजरायल की अस्तित्व ही गलत है।
Intranational Film Festival of India के जूरी
इजरायल फिल्म निर्माता | नाडेव लिपिड |
अमेरिका के फिल्म निर्माता | जिनको गोटोह |
फ्रांस के फिल्म संपादक | पास्कल चावंस |
फ्रांस के फिल्म समीक्षक एवं पत्रकार | जेवियर अंगुलो |
भारत के फिल्म निर्देशक | सुदीत्पो सेन |
क्यों सुर्खियों में है द कश्मीर फाइल फिल्म ?
यह फिल्म 1990 के वर्षों के दौरान इस्लामिक आतंकवादियों के द्वारा वहां रह रहे 5 लाख से अधिक हिंदू सिख परिवारों को ( विशेषकर पंडितों) को मारपीट कर,उनके साथ दुर्व्यवहार कर एवं अमानवीय तरीके से उनका नरसंहार कर वहां से भगा देने की घटना पर आधारित फिल्म है।
वहां पर हुए बेहद क्रूरता पूर्ण नरसंहार की सच्ची घटना को दर्शाती है।
भारत में इस फिल्म को 11 मार्च 2022 को रिलीज किया गया, जिसका विरोध भी काफी जोर शोर से हुआ।
हालांकि फिल्म वर्ष 2022 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म बनी, जिसकी कमाई भारत में 290 करोड़ तथा कुल 350 करोड़ थी।
इस फिल्म को विवेक अग्निहोत्री के द्वारा निर्देशित किया गया तथा इसमें अनुपम खेर मिथुन चक्रवर्ती पल्लवी जोशी विशेष भूमिका निभाई।
इस फिल्म महोत्सव में दिए गए विशेष पुरस्कार
अगर इस महोत्सव की एक पहलू को छोड़ दिया जाए फिर महोत्सव काफी धूमधाम से और हर्षोल्लास के साथ समाप्त हुआ इस उत्सव में विभिन्न तरह के उस कार दिए गए जो कि निम्न है:-
पुरस्कार | फिल्म |
---|---|
गोल्डन पीकॉक अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ फिल्म | आई हैव इलेक्ट्रिक ड्रीम (स्पेन) -निर्देशक वेलेंटीना मॉरल |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – वाहिद मोबासेरी | फिल्म नो एंड |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री -डेनियल मरीना नवारो | फिल्म आई हैव इलेक्ट्रिक ड्रीम |
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक- नदार सेवियर | फिल्म नो एंड |
स्पेशल जूरी अवॉर्ड- लव डियाज | फिल्म वेन दी वेव्स आर गोन |
बेस्ट डेब्यू फीचर फिल्म- निर्देशक असिमिन पोएडरोक | बिहाइंड द हेस्टैक |
- स्पेन के कार्लोस सैरा को सत्यजीत रे लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2022 मिला।
- चिरंजीवी को इंडियन फिल्म पर्सनालिटी ऑफ द ईयर अवार्ड मिला।
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FAQ
कश्मीर फाइल्स क्यों है विवादों में ?
53 अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान इजरायल फिल्म निर्माता नावेद लिपिड ने द कश्मीर फाइल को लेकर कहा की हमने “15 अंतरराष्ट्रीय की फिल्म देखी जिनमें 14 सिनेमा की दृष्टि से काफी उत्कृष्ट है पर द कश्मीर फाइल्स फिल्म एक अश्लील और प्रोपेगेंडा फिल्में यह इस समारोह में शामिल करने के लायक ही नहीं है ” जिसके बाद से कश्मीर फाइल्स विवादों में आ गया |
द कश्मीर फाइल्स फिल्म में क्या दिखाया गया है ?
यह फिल्म 1990 के वर्षों के दौरान इस्लामिक आतंकवादियों के द्वारा वहां रह रहे 5 लाख से अधिक हिंदू सिख परिवारों को ( विशेषकर पंडितों) को मारपीट कर,उनके साथ दुर्व्यवहार कर एवं अमानवीय तरीके से उनका नरसंहार कर वहां से भगा देने की घटना पर आधारित फिल्म है।
वहां पर हुए बेहद क्रूरता पूर्ण नरसंहार की सच्ची घटना को दर्शाती है।