वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक 2022 : वर्तमान समय में हवाई जहाज सबसे तेज, आरामदायक परिवहन का साधन है। हवाई परिवहन के माध्यम से कुछ ही घंटों में यात्री एक देश से दूसरे देश, महादेश या पृथ्वी के किसी भी छोर में आ जा सकते हैं। विश्व में लगभग सभी देशों के पास अपने अपने हवाई परिवहन के साधन उपलब्ध है।
यह हवाई परिवहन(Airlines) आरामदायक होने के साथ-साथ कभी-कभी तकनीकी गड़बड़ी, लापरवाही और खराब मौसम जैसे कारणों की वजह से छोटे बड़े दुर्घटना का भी शिकार हो जाता है। हवाई परिवहन में तकनीकी सुधार के तत्परता, गुणवत्ता में सुधार एवं बेहतर परिचालन की प्रतिस्पर्धा के लिए कुछ एजेंसियों के द्वारा इससे संबंधित रैंकिंग भी निकाली जाती है।

भारत की रैंकिंग 48
हाल ही में वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक (global aviation safety ranking) जारी किया गया, इसमें भारत को 48th स्थान प्राप्त हुआ।
यह सूचकांक संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के अधीन विशेष एजेंसी अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (international civil aviation organisation) के द्वारा जारी किया गया।
वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक
इस सूचकांक की जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के द्वारा दिया गया की भारत अपने पिछले रैंकिंग (102) से बेहतर प्रदर्शन करते हुए अब तक के श्रेष्ठ स्थान(48) प्राप्त किया।
भारत जॉर्जिया के साथ कुल प्वाइंट (85.49) प्राप्त कर संयुक्त रूप से 48 th स्थान प्राप्त किया।
इस रैंकिंग में कुल 187 देशों को शामिल किया गया।
वैश्विक विमानन सुरक्षा प्लान का मुख्य उद्देश विमानन सुरक्षा में निरंतर सुधार करना, रणनीति तैयार कर हवाई यात्रा की जोखिम को कम करना और साथ ही विभिन्न देशों के हवाई सुरक्षा कार्यक्रम को प्रभावित करने में सहयोग करना।
वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक में टॉप 10 देश
देश | रैंकिंग |
---|---|
सिंगापुर | 1 |
संयुक्त अरब अमीरात | 2 |
दक्षिण कोरिया | 3 |
फ्रांस | 4 |
आइसलैंड | 5 |
ऑस्ट्रेलिया | 6 |
कनाडा | 7 |
ब्राजील | 8 |
आयरलैंड | 9 |
चिल्ली | 10 |
अन्य देश की रैंकिंग
अमेरिका | 22 |
कतर | 25 |
चाइना | 49 |
इजराइल | 50 |
तुर्की | 54 |
डेनमार्क | 55 |
पोलैंड | 60 |
बांग्लादेश | 94 |
पाकिस्तान | 100 |
नेपाल | 101 |
वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक के कितने मानक है ?
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन द्वारा यह वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक 6 मानकों के आधार पर जारी किया गया।
- प्रथमिक विमानन कानून
- विशिष्ट परिचालन नियम
- कार्मिक लाइसेंसी एवं प्रशिक्षण
- विमान संचालन
- वायुयान उड़नयोग्यता
- एरोड्रम और ग्राउंड एड
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन(international civil aviation organisation)
इसके स्थापना 7 दिसंबर 1944 को किया गया, इसका मुख्यालय कनाडा के मांट्रियल शहर में है।
यह संगठन सुरक्षित एवं व्यवस्थित हवाई परिवहन को सुनिश्चित करता तथा उसके विकास में सहयोग करता है।
यह हमारी नेविगेशन सिद्धांत और तकनीक का समन्वय में भी सहयोग करता है।
- वर्तमान में इसके अध्यक्ष- सल्वाटोर सिआचिटनो
- इसके महासचिव – जुआन कार्लोस
इसके प्रभाव
भारत का रैंकिंग टॉप 50 में आने का मतलब की हवाई यात्रा संबंधित सुरक्षा में सुधार हुआ, जिससे यात्री विशेषकर विदेशी यात्री भारतीय हवाई परिवहन से यात्रा करना अधिक पसंद करेंगे।
भारतीय तथा विदेशी निवेशकों के द्वारा विमान उद्योग तथा विमान परिवहन के क्षेत्र में निवेश होगा।
भारतीय विमान परिवहन कंपनियां विदेशों में भी अपना प्रसार कर सकती है।
रैंकिंग में सुधार होने का मतलब सुरक्षात्मक दृष्टि से यात्रा करना सही होगा तथा जोखिम, दुर्घटना में कमी आएगी।
भारत के प्रमुख एयरलाइंस
- इंडिगो
- एयर इंडिया
- एयर एशिया इंडिया
- गो फर्स्ट
- स्पाइसजेट
- विस्तारा
- Akasa Airlines
- जेट एयरवेज
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FAQ
वैश्विक विमानन सुरक्षा की रैंकिंग कौन तय करता है ?
यह सूचकांक संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के अधीन विशेष एजेंसी अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (international civil aviation organisation) के द्वारा जारी किया गया।
वैश्विक विमानन सुरक्षा की रैंकिंग 2022 में भारत कितने नंबर पर है ?
वैश्विक विमानन सुरक्षा की रैंकिंग 2022 में भारत 48वे नंबर पर है |
वैश्विक विमानन सुरक्षा की रैंकिंग किस पैमाने पर की जाती है ?
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन द्वारा यह वैश्विक विमानन सुरक्षा सूचकांक 6 मानकों के आधार पर जारी किया जाता है।
1. प्रथमिक विमानन कानून
2. विशिष्ट परिचालन नियम
3. कार्मिक लाइसेंसी एवं प्रशिक्षण
4. विमान संचालन
5. वायुयान उड़नयोग्यता
6. एरोड्रम और ग्राउंड एड