G 20 शिखर सम्मेलन 2022,भारत को मिली 2023 की कमान।
दोस्तों वर्तमान में विश्व की कुल आबादी 8 अरब के पार हो गया है, यह आबादी विश्व के लगभग 200 देशों में निवास करती है, इन देशों को समय-समय पर उन्नति, प्रगति, विकास या फिर अपनी एवं वैश्विक समस्या को सुलझाने के लिए द्विपक्षीय, बहुपक्षीय या संगठनात्मक बैठक के करनी पड़ती है ताकि समस्या का आपसी विचार विमर्श कर, विचारों का आदान-प्रदान के द्वारा सुलझा कर प्रगति के मार्ग को प्रशस्त किया जाए।

G 20 शिखर सम्मेलन की 17वी बैठक इंडोनेशिया के बाली में संपन्न हुई
हाल ही में 15 से 16 नवंबर को g20 समूह राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष की 17th बैठक इंडोनेशिया के बाली में संपन्न की गई, जिसकी अध्यक्षता इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने की।
इंडोनेशिया G20 बैठक का उद्देश्य (Motto) Recover together, Recover stronger था।
इस बैठक में G20 समूह देशों के अलावा कंबोडिया, फिजी, सिंगापुर, स्पेन, यूएई जैसे देश तथा यूनाइटेड नेशन, फीफा, एशियन डेवलपमेंट बैंक जैसे संगठन भी शामिल हुए।
G20 बैठक के प्रमुख मुद्दे
- सतत ऊर्जा संक्रमण
- वैश्विक स्वास्थ्य वास्तुकला
- डिजिटल परिवर्तन
भारत करेगी 2023 G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता
- इसके साथ ही सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग एवं डिजिटल अर्थव्यवस्था पर भी विचार किया गया।
- इसके अलावा बैठक में यूक्रेन रूस युद्ध विवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक मंदी, हरित ऊर्जा जैसे कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई।
- इंडोनेशिया को g20 की बैठक की अध्यक्षता इटली के 2021 अध्यक्षता की समाप्ति के पश्चात प्राप्त हुई तथा इससे वर्ष 2023 के लिए भारत को सौंपा गया।
India will assume the G-20 Presidency for the coming year. Our agenda will be inclusive, ambitious, decisive and action-oriented. We will work to realise all aspects of our vision of ‘One Earth, One Family, One Future.’ pic.twitter.com/fRFFcDqpzO
— Narendra Modi (@narendramodi) November 16, 2022
जी-20 ( Group of twenty) में भारत
भारत को जी-20 की अध्यक्षता पहली बार प्राप्त हुई है , यह भारत के लिए बहुत ही ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण क्षण था | जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको वीडोडो ने जी-20 की अध्यक्षता स्वरूप हथोड़ा (Hammer) भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को सौंपा।
भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी-20 का अध्यक्ष बना रहेगा।
जी-20 की अध्यक्षता मिलने पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा ?
जी-20 की अध्यक्षता मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “जी-20 की अध्यक्षता मिलना भारत के लिए बहुत ही गर्व की बात है हम अपनी विभिन्न शहरों एवं राज्यों में इस की बैठक आयोजित करेंगे। हमारे अतिथि को भारत के अद्भुता, विविधता,समावेशी परंपरा और सांस्कृतिक समृद्धि का पूरा अनुभव मिलेगा।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा “भारत ऐसे समय में जी-20 की अध्यक्षता ले रहा है जब विश्व जियो पोलिटिकल तनाव, आर्थिक मंदी, ऊर्जा की बढ़ती कीमतें, महामारी के दुष्प्रभाव को एक साथ झेल रहा है और विश्व की नजर जी-20 की तरफ है”।
भारत का G 20 2023 के बैठक का उद्देश्य (Motto) One earth, One family, One future है।
भारत पिछले दिनों g20 का लोगो भी लॉन्च किया है।
भारत 2023 की बैठक के लिए G 20 सदस्य के अलावा बांग्लादेश, इजिप्ट, मॉरीशस, नाइजीरिया, ओमान, स्पेन, सिंगापुर,यूएई ,नीदरलैंड जैसे अन्य देशों को भी आमंत्रित किया।
इंडोनेशिया जी-20 सम्मेलन 2022 की महत्वपूर्ण जानकारी
इस बैठक में विश्व की वर्तमान तथा भविष्य की समस्याओं के समाधान से संबंधित विचार विमर्श किए गए तथा वैश्विक प्रगति के लिए सहयोग की बात कही गई तथा कई देशों के बीच आपसी संबंध, व्यापार राजनीति जैसे मुद्दे को लेकर द्विपक्षीय बातचीत भी की गई।
- इस बैठक में यूक्रेन रसिया युद्ध को लेकर रसिया के काफी आलोचना की गई तथा इस बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन उपस्थित नहीं हुए उन्होंने अपने स्थान पर रूस के विदेश मंत्री को भेजा।
- पिछले दिनों पोलैंड पर गिरे मिसाइल को लेकर भी सवाल पूछे गए।
- भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बीच गर्म जोशी से मुलाकात हुई दोनों के बीच आपसी रिश्ते तथा व्यापार को लेकर भी बातचीत हुई।
ऐसी संभावना जताई जा रही है की आने वाले दिनों में मुक्त व्यापार को लेकर दोनों देश आपसी सहमति दे सकते हैं। यूके और इंडिया ने UK India young professional scheme लॉन्च की जिसके तहत 3000 भारतीय जिनकी आयु 18 से 30 वर्ष हो इन्हें 2 वर्ष के लिए रोजगार वीजा यूके के लिए दिया जाएगा।
भारत के प्रधानमंत्री ने ऋषि सुनक को हाथों से कपड़े पर बने देवी मां की प्रतिमा प्रदान की।
- भारत और अमेरिका के बीच भी द्विपक्षीय बैठक हुई तथा दोनों देशों के राष्ट्र अध्यक्षता की अभिवादन की तस्वीरें काफी सुर्खियां बटोरी, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को राधा कृष्ण की पेंटिंग भी भेंट की।
दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार की बढ़ोतरी के लिए बातचीत हुई।
इसी बीच उत्तराखंड में भारत और अमेरिका के सैनिकों का युद्ध अभ्यास आरंभ हुआ।
अमेरिका ने रूस से तेल खरीदारी को लेकर पश्चिमी तकनीक एवं सेवा के उपयोग ना करने को कहा।
भारत ने फ्रांस, इटली, जर्मनी, सिंगापुर, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की।
भारतीय प्रधानमंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को कच्छ का तोहफा, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज जनजातीय कला की पेंटिंग, इटली के प्रधानमंत्री जिओगिया मिलने को स्कार्फ भेंट की।
कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन टुडे तथा चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मतभेद
कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन टुडे तथा चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत में कुछ मतभेद देखने को मिली, ऐसा माना जा रहा है कि दोनों राष्ट्रपति के बीच के आपसी बातचीत को जस्टिन द्वारा मीडिया में बताने को लेकर शी जिनपिंग नाराज है।
G 20 की स्थापना कैसे हुई
G 20 : यह विश्व की 85% जीडीपी, 75% आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। इसकी स्थापना 26 सितंबर 1999 को G 7 देशों के द्वारा किया गया।
जिसका उद्देशय उस समय की आर्थिक समस्याओं को सुलझाने के लिए सदस्य देशों के वित्त मंत्री तथा केंद्रीय बैंक के प्रमुख का बैठक करना।
बाद में 2008 से विभिन्न प्रकार की समस्याओं को सुलझाने को लेकर सदस्य देशों के राष्ट्र अध्यक्षों की बैठक होने लगी।
इसके सदस्य देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रसिया, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका तथा यूरोपीय यूनियन है।
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FAQ
G 20 शिखर सम्मेलन 2022 कहां हुई ?
G 20 समूह राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष की 17th बैठक इंडोनेशिया के बाली में संपन्न हुई |
इंडोनेशिया जी-20 सम्मेलन 2022 की महत्वपूर्ण जानकारी
1. इस बैठक में यूक्रेन रसिया युद्ध को लेकर रसिया के काफी आलोचना की गई तथा इस बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन उपस्थित नहीं हुए उन्होंने अपने स्थान पर रूस के विदेश मंत्री को भेजा।
2. पिछले दिनों पोलैंड पर गिरे मिसाइल को लेकर भी सवाल पूछे गए।
3. भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बीच गर्म जोशी से मुलाकात हुई दोनों के बीच आपसी रिश्ते तथा व्यापार को लेकर भी बातचीत हुई।
इंडोनेशिया जी-20 बैठक का उद्देश्य क्या था ?
इंडोनेशिया G20 बैठक का उद्देश्य (Motto) Recover together, Recover stronger था।