
दोस्तों, पिछले कुछ सालों में भारत में अवसंरचना (infrastructure) निर्माण को लेकर काफी तेजी आई है, किसी देश को विकसित बनाने में वहां की बेहतर अवसंरचना (सड़क, सुरंग, पुल, रेलवे, हवाई अड्डा आदि) भी एक महत्वपूर्ण कारक होती है। बेहतर अवसंरचना होने से आवागमन की सुविधा में आसानी, जल्द से जल्द माल (goods) ढुलाई, ईंधन की बचत जैसे कई लाभ होते हैं। इन्हीं सब को देखते हुए सरकार इस क्षेत्र में कुछ विशेष ध्यान दे रही है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन
पिछले दिनों 11 अक्टूबर को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा गोवा के दूसरे हवाई अड्डा मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का उद्घाटन किया गया।
इस हवाई अड्डे का नाम भारत के भूतपूर्व प्रसिद्ध, लोकप्रिय राजनेता श्री मनोहर पारिकर के नाम पर रखा गया। इन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री तथा भारत सरकार के रक्षा मंत्री के रूप में भी अपना सेवा दे चुके हैं।
इससे पहले गोवा में सिर्फ एक हवाई अड्डा डेबोलिम में था।
मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा या मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के उद्घाटन के समय गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत तथा नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे तथा गोवा के मुख्यमंत्री ने उद्घाटन से पूर्व श्री मनोहर पारिकर की समाधि पर जाकर उनको श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
इस हवाई अड्डा के निर्माण को लेकर 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के द्वारा आरंभ की गई, परंतु जमीन अधिग्रहण तथा कुछ स्थानीय मुद्दों लेकर काम प्रतिबंधित रहा और इसके आधारशिला रखने में में करीब 16 साल लगा। इसकी आधारशिला नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रखा गया।
यह गोवा के उत्तरी गोवा जिला के परनेम तालुका के मौपा क्षेत्र में पड़ता है।
GMR गोवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के द्वारा बनाया गया है। इस हवाई अड्डे के निर्माण का कुल खर्च करीब 3000 करोड़ है।
यह एक हरित क्षेत्र (greenfield) हवाई अड्डा है तथा यह सौर ऊर्जा संयंत्र, हरित भवन, रनवे पर एलइडी लाइट्स, वर्षा जल संचयन प्रणाली जैसी सुविधाओं से लैस है, इसके अलावा इसके संचालन 5G नेटवर्क से होगा।
Note :-वैसा हवाई अड्डा जिसके निर्माण में पहले से मौजूद किसी अवसंरचना को नहीं तोड़ा गया, वैसा स्थान पर बनाया गया हो जा पहले से मौजूद हवाई अड्डा से एक निश्चित दूरी हो, पर्यावरण तथा प्रदूषण का विशेष ध्यान रखा गया हो तथा संचालन हेतु आवश्यक ऊर्जा का आपूर्ति अधिकतम से अधिकतम नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के द्वारा की जाती हो।
पहले एकमात्र एयरपोर्ट डेबोलिम में होने के कारण गोवा से सिर्फ 15 घरेलू तथा 6 विदेशियों स्थानों पर ही यात्रा होती थी, परंतु अब यह बढ़कर 35 घरेलू तथा 18 अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर यात्रा होगी, जिससे यात्रियों की संख्या 4.3 मिलियन से बढ़कर 33 मिलियन प्रतिवर्ष होने की आशा है।
मनोहर पारिकर :-
इनका पूरा नाम मनोहर गोपाल कृष्ण प्रभु पारिकर हैं। इनका जन्म 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में हुआ, इनके पिता का नाम गोपाल कृष्ण पारिकर तथा माता का नाम राधाबाई परिकर है।
इन्होंने अपने प्रारंभिक शिक्षा लोयला हाई स्कूल मार्गो से प्राप्त की तथा दसवीं की शिक्षा जी एस अमोंकर विद्या मंदिर मापुसा से प्राप्त की, इसके बाद इन्होंने आईआईटी मुंबई से धातु कर्म (metallurgy) में बीटेक की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक जीवन :-
मनोहर पर्रिकर अपने युवा काल में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे तथा आईटी से बीटेक प्राप्त करने के पश्चात यह अपना निजी व्यवसाय करते हुए भी r.s.s. से जुड़े हुए हैं, बाद में उन्हें संचालक भी बनाया गया। RSS का राम जन्मभूमि आंदोलन के गोवा में संगठनकर्ता भी रहे।
1994 में पणजी की सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से पहली बार विधायक बने और चार बार गोवा के मुख्यमंत्री की शपथ ली (2000-2002, 2002-2005, 2012-2014, 2017-2019)।
उन्होंने वर्ष 2014-17 तक भारत के रक्षा मंत्री भी बने तथा उत्तर प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद भी रहे।
17 मार्च 2019 को स्वास्थ्य समस्या के कारण इनकी मृत्यु हो गई।
पुरस्कार या सम्मान :-
- 2001 – पूर्व छात्र सम्मान आईआईटी मुंबई
- 2012 – cnn-ibn इंडियन ऑफ द ईयर इन पॉलिटिकल
- 2018 – डॉक्टरेट की उपाधि नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गोवा
- 2020 – पद्म विभूषण भारत सरकार
गोवा :-
गोवा एक ऐसा भारतीय राज है, जिसको विदेशी ताकतों से आजादी अगस्त 1947 में नहीं मिली। गोवा को दिसंबर 1961 को भारतीय सेना की कार्रवाई पश्चात पुर्तगाल से आजादी मिली। 30 मई 1987 को इससे केंद्र शासित प्रदेश से भारत का 25 वां राज्य का दर्जा मिला।
गोवा की राजधानी पणजी है तथा सबसे बड़ा शहर वास्कोडिगामा है, यह दो जिला है उत्तरी गोवा तथा दक्षिणी गोवा।
गोवा क्षेत्र की दृष्टि से भारत का सबसे छोटा राज्य है, यहां का क्षेत्रफल 3702 किलोमीटर है तथा जनसंख्या 15 लाख के करीब है।
वर्तमान में यहां के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत तथा राज्यपाल पी एस श्रीधरण है तथा राज्य भाषा कोंकणी है।
गोवा भारत का एकमात्र राज्य है जहां पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 लागू है जिसमें समान नागरिक संहिता(Uniform civil code) की चर्चा है।
गोवा में विधानसभा के 40 सीट, लोकसभा के 2 सीट तथा राज्यसभा की एक सीट है।
गोवा पर्यटन तथा समुद्री भोजन उत्पाद में प्रसिद्ध है।
यह राज्य विदेशी तथा घरेलू पर्यटक को के लिए आकर्षक का केंद्र रहता है।
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FAQ
गोवा के दूसरे हवाई अड्डे का नाम किसके नाम पर रखा गया है ?
इस हवाई अड्डे का नाम भारत के भूतपूर्व प्रसिद्ध, लोकप्रिय राजनेता श्री मनोहर पारिकर के नाम पर रखा गया। इन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री तथा भारत सरकार के रक्षा मंत्री के रूप में भी अपना सेवा दे चुके हैं।
मनोहर पारिकर का जन्म कब और कहां हुआ ?
इनका पूरा नाम मनोहर गोपाल कृष्ण प्रभु पारिकर हैं। इनका जन्म 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में हुआ, इनके पिता का नाम गोपाल कृष्ण पारिकर तथा माता का नाम राधाबाई परिकर है।