अग्नि 5 मिसाइल, भारत की शान दुश्मन की काल।Agni-5 Missile Tested Succesfully

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हमारा प्यारा देश भारत अपने उत्तर – पश्चिम तथा उत्तर – पूरब की सीमा अपने दो प्रमुख दुश्मन पड़ोसी देश पाकिस्तान तथा चीन के साथ साझा करता है। दोनों देश भारत के प्रति जंग की भावना रखते हैं, जिसका प्रमाण दोनों देशों का भारत के साथ हुए कई बड़े युद्ध तथा छोटी-मोटी हिंसक झड़पें एवं पिछले दिनों 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में चीन और भारत की सेना के बीच हुई भिड़ंत है। दुश्मन देशों से अपनी सीमा सुरक्षित रखना तथा उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना हमेशा सजग एवं तत्पर रहती है, इसके लिए सेना में मातृभूमि के प्रति प्यार, समर्पण, सर्वोच्च बलिदान देने की जज्बा के साथ-साथ उन्नत एवं विध्वंसक हथियारों की भी जरूरत होती है, जिसमें मिसाइल की भूमिका काफी अहम होती है। सैन्य मजबूती के लिए कम, मध्यम तथा अधिक दूरी के तेज गति से मार करने वाली मिसाइल का होना अति आवश्यक होता है। भारत मिसाइल के क्षेत्र में काफी संपन्न है, हमारे पास एक से एक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता तकनीक तथा अन्य पहलुओं की जांच के लिए समय-समय पर परीक्षण किया जाता है।

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अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण

  • भारत द्वारा 15 दिसंबर 2022 को अग्नि -5 मिसाइल की परीक्षण किया गया।
  • यह परीक्षण उड़ीसा के ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप (व्हीलर द्वीप) से किया गया।
  • इस परीक्षण में मिसाइल की अधिकतम मारक (range) क्षमता, रात में लक्ष्य को नष्ट करने की क्षमता एवं उसके भार कम करने की जांच की गई।

अग्नि 5 मिसाइल के बारे में जानकारी:-

यह अग्नि श्रृंखला मिसाइल की एक मिसाइल है, जिसका निर्माण DRDO तथा भारत डायनामिक्स लिमिटेड द्वारा किया गया। इस मिसाइल निर्माण को लेकर पहली बार 2007 में एम नटराजन ने अपना विचार प्रस्तुत किया, 2008 से निर्माण प्रक्रिया आरंभ हुई तथा 2012 में इसका पहला परीक्षण किया गया। अब तक 8 बार इस मिसाइल का परीक्षण किया जा चुका है तथा यह नौवा परीक्षण है।
इस मिसाइल की लंबाई 17.2 मीटर, इसकी गति वायु की गति के 24 गुना ( 24 mach), इसका वजन 50 टन, तथा यह 1.5 टन के हथियार ले जाने में सक्षम है।

अग्नि-5 की मारक क्षमता 5400 किलोमीटर तक

अग्नि 5 मिसाइल की अधिकतम मारक क्षमता 5400 किलोमीटर है, इसकी मारक क्षमता के अंदर तुर्की, पूरा पाकिस्तान, चीन का लगभग सारा क्षेत्र, रूस के मास्को, इंडोनेशिया, अफ्रीका के कुछ देश आते हैं।

यह एक अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल ( intercontinental ballistic missile-ICBM) है। इसका मतलब यह एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक परमाणु हथियार से हमला करने में सक्षम है।

यह मिसाइल (MIRV -multiple independently targetable re entry vehicle) तकनीक से लैस है, मतलब एक साथ कई हथियारों को ले जाने में सक्षम है और एक बार में कई किलोमीटर के अंदर 2- 10 टारगेट को नष्ट करने की क्षमता है।

इस मिसाइल में कैनिस्टर ( canister) तकनीक का प्रयोग किया गया है। जिससे इसका परिवहन करने में आसानी होती है, ताकि इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ट्रक में ले जाया जा सके और कैनिस्टर के द्वारा ऐसे परिवहन के दौरान लगने वाले झटके, उच्च ताप तथा उच्च ठंड से भी बचाया जा सकता है।

इस मिसाइल में रिंग लेजर गइरोंस्कोप इनर्शियल नेवीगेशन सिस्टम, जीपीएस, navIc सेटेलाइट गाइड सिस्टम लगाया गया है।
इस मिसाइल को मोबाइल लांचर तथा सबमरीन से भी लॉन्च किया जा सकता है।

यह “एक दागो और भूल जाओ” self गाइडेड मिसाइल है यानी इसे एक बार लांच करने के बाद टारगेट का इधर उधर जाने (10- 80m) पर भी खुद से उसे ढूंढ कर नष्ट कर सकता है।

भारत की मिसाइल लॉन्च की खबर सुनकर चीन ने अपना जासूसी जहाज( yang wang – 5) को हिंद महासागर में भेज दिया, जिस कारण मिसाइल लांच को कई बार रोका भी गया। परंतु मिसाइल लॉन्च होने की 1 दिन पूर्व ही चीन ने अपने जासूसी जहाज को वापस बुला लिया।
भारत के पास भी एक ध्रुव नाम की मिसाइल जासूसी ट्रैकिंग जहाज है।

पाकिस्तान तथा चीन के पास ऐसी मिसाइल :-

  • चीन के पास भारत की तुलना में अधिक दूरी तक मार करने वाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल है जिसमें df – 31 8000 किलोमीटर तथा df-41 12000 किलोमीटर प्रमुख है।
  • पाकिस्तान के पास गौरी 2 2300तथा साहिन2 2500किलोमीटर नाम की बैलिस्टिक मिसाइल है।

एकीकृत मार्गदर्शक मिसाइल विकास कार्यक्रम (the integrated guided missile development program – IGMDP):-
इस कार्यक्रम की शुरुआत 1983 में एपीजे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में भारत को मिसाइल के क्षेत्र में शक्ति प्रदान करने के लिए किया गया।

इसके अंतर्गत 5 तरह के मिसाइल बनाई गई-

  • पृथ्वी – एक कम दूरी की सतह से सतह मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल
  • अग्नि – कम, मध्यम तथा लंबी दूरी तक सतह से सतह मार करने वाली( अग्नि 1- 800 km, अग्नि 2 -2000 km, अग्नि 3 – 2500 से 3000, अग्नि 4- 3500-4000 )
  • त्रिशूल – यह कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल
  • नाग – एक एंटी टैंक मिसाइल
  • आकाश – यह मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल

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FAQ

अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता कितनी दूरी तक है ?

अग्नि 5 मिसाइल की मारक क्षमता 5400 km दूरी तक की है |

अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण कब किया गया ?

भारत द्वारा 15 दिसंबर 2022 को अग्नि -5 मिसाइल की परीक्षण किया गया।

अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण कहां किया गया ?

अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण उड़ीसा के ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप (व्हीलर द्वीप) से किया गया।

क्या चीन और पाकिस्तान के पास भी इस तरह का मिसाइल है ?

जी हां ,चीन के पास भारत की तुलना में अधिक दूरी तक मार करने वाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल है जिसमें df – 31 8000 किलोमीटर तथा df-41 12000 किलोमीटर प्रमुख है।
पाकिस्तान के पास गौरी 2 2300तथा साहिन2 2500किलोमीटर नाम की बैलिस्टिक मिसाइल है।


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